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सोमवार, 30 नवंबर 2015

कितना मुश्किल है माँ होना...



कितना आसां है कुछ भी होना 
कितना मुश्किल है माँ होना. 
Even God can't be as great as mother happens to be..!!
जुगनू दिखाकर वो तारों की कहानी कहती है
परिंदों के नाम के निवालों की थाली रचती है
देह से लगाती जैसे प्याली में प्याली रखती है
झील देखती जैसे सूरज, औलाद को तकती है
उसके कारण ही जिंदा हूं गीली आंखों कहती है
दुनिया तेरी तू जाने, वो मां है, मां सी रहती है

सोमवार, 2 नवंबर 2015

साहस


साहस- आसमान से नहीं आता
पाताल से भी नहीं निकलता
हवा, पानी औऱ नमक तक में
नहीं होता साहस.
तलवार, बंदूक या फिर गोलों में भी
नहीं हो सकता
साहस, कहीं होता है
हाड़, मांस या मज्जा में ही
ज़िंदा लोगों में होता है - साहस.